वॉशिंगटन: आज से करीब 8 करोड़ साल पहले समुद्र में मोसासोर नाम के जीव की हुकुमत थी तो वहीं धरती पर डायनासोर का राज था। मोसासौर नामक समुद्री जीव को अगर 'दानव' कहें तो गलत नहीं होगा क्योंकि इसका 18 फुट लंबा आकार और शिकार के नेस्तानाबूत कर देने वाले नुकीले दांत बिल्कुल किसी राक्षस की तरह ही थे। यह जीव अमेरिका के पश्चिमी कैनसस में पाया जाता था।
पुरातत्व विज्ञानियों ने इसके अवशेषों की खोज 1970 के दशक में की थी लेकिन इसकी पहचान करने में उन्हें कठिनाई हुई। लिहाजा उन्होंने इसे कैनसस में फोर्ट हेज़ स्टेट यूनिवर्सिटी के स्टर्नबर्ग म्यूज़ियम ऑफ़ नैचरल हिस्ट्री में प्लेटकार्पस जीनस में अन्य मोसासौर सैंपल्स के साथ स्टोर कर दिया। इसके अलावा एकमात्र अन्य प्रजाति इक्टेनासोरस क्लीडास्टोडेस है, जो जांच के बाद 1967 में सामने आई थी। इस जीव का सिर करीब 2 फीट लंबा था। अन्य मोसासौर की तरह इसका मुंह भी पतला और लंबा था। रिसर्च के को-ऑथर ताकुया कोनिशी ने इस बारे में जानकारी दी है।
वह वेरटेब्रेट पालेंटाजिस्ट और यूनिवरसिटी आफ सिनसिनाटी में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।हाल में वैज्ञानिकों ने खोपड़ी, जबड़े और सिर के पीछे से कुछ हड्डियों के टुकड़े जैसे जीवाश्मों पर दोबारा गौर किया और पाया कि सरीसृप का संबंध प्लेटकार्पस जीनस से नहीं था। नई जांच में सामने आया कि यह एक दुर्लभ मसासौर प्रजाति का बेहद करीबी रिश्तेदार था। अभी तक इस नई प्रजाति को सैंपल एफएचएसएम वीपी-5515 के रूप में जाना जाता था, अब इसे इक्टोनोसौरस इवरहाटोरम नाम दिया गया है। यह इक्टेनासोरस में दूसरी ज्ञात प्रजाति है।

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