सिडनी: वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर का दंश झेल चुके लोगों को इसकी भयावहता अभी भी डरा रही है। वैक्सीन आ जाने के बाद कोरोना संक्रमण की स्थिति में कुछ सुधार जरूर हुआ है मगर अभी भी कोरोना से जंग जारी है। कोविड काल में जहां नकारात्मक और हताश करने वाली खबरें ज्यादा सुनाई दे रही हैं, वहीं एक सकारात्मक उम्मीद जगाने वाली खबर इन दिनों खूब चर्चा में है। यह खबर एक 69 वर्षीय बुजुर्ग से जुड़ी हुई है जिसने कोरोना को मात दे दी है। कोरोना से उसकी जंग काफी लंबी चली है।
रिपोर्ट के मुताबिक 69 वर्षीय डेविड एविला मेलाडो पिछले साल 2020 में कोरोना से संक्रमित पाए गए थे जिसके कारण उन्हें 29 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में वेस्टमेड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। उनकी स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी जिसकी वजह से उन्हें शुरुआत के 7 हफ्तों तक आईसीयू में रखा गया था। पिछले साल सितंबर में उन्हें आईसीयू से निकालकर रेस्पिरेट्री ऑब्जर्वेशन यूनिट में शिफ्ट किया गया था। मगर डेविड को रिकवर करने में काफी वक्त लगा। उन्हें दवाओं के अलावा फिजियोथेरापी और स्पीच पैथोलॉजी की भी सुविधा मुहैया कराई गई थी जिसने उनके रिकवर होने में मदद की।
इस सबके बावजूद उन्हें सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। लगभग एक साल तक वो बिना ऑक्सीजन मशीन के सांस नहीं ले पा रहे थे। इस वजह से इसी साल 10 अगस्त 2021 को उनका ट्रेकियोस्टॉमी ट्यूब निकाल दिया गया था। जिसके बाद वो खुद से सांस लेने लगे थे। अस्पताल में 399 दिन गुजारने के बाद आखिरकार उन्हें बीते 1 सितंबर को अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
डेविड के अनुसार अस्पताल में उनका वक्त काफी अच्छा गुजरा। उन्होंने कहा- अस्पताल के सभी लोग मेरे दिल में कैद हैं। मैं अस्पताल के गलियारे में एक्सरसाइज करता था तब अस्पताल के कर्मचारी मुझसे बात करने आ जाते थे। मैं सबका नाम नहीं जानता मगर वो सब मुझे जानते थे। अस्पताल मेरे लिए मेरा घर बन गया था। डेविड ही नहीं, अस्पताल के लोग भी डेविड को काफी मिस कर रहे हैं। अस्पताल के कर्मियों ने कहा- हमें खुशी है कि डेविड अब अपने परिवार के पास हैं।

0 टिप्पणियाँ