नई दिल्ली: तेजी लोकप्रिय हो रहा भारतीय ऐप कू अब टवीटर के लिए खतरा बनता जा रहा है। भारतीय यूजर्स इसे बेहद पसंद कर रहे हैं। अब तक इस ऐप के डाउनलोड्स का आंकड़ा 15 मिलियन यानी 1.5 करोड़ के पार पहुंच गया है। कू ऐप के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण का कहना है कि साल की आखिरी तिमाही में इस ऐप के 5 मिलियन यानी लगभग 50 लाख डाउनलोड्स हो गए थे। कंपनी अब कू ऐप का विस्तार भारत से बढ़ाकर अन्य देशों में भी करना चाहती है।
कहा जा रहा है कि जून 2022 के बाद से इस ऐप को साउथ ईस्ट
एशियाई बाजार में भी पेश किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस ऐप को
साउथ एशिया में टेस्ट किया जाएगा। हालांकि, इस मार्केट के किस देश में यह टेस्ट किया जाएगा इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई
है। कू
ऐप केवल भारत में ही नहीं बल्कि नाइजीरिया में भी उपलब्ध है। यहां भी ऐप को
काफी पसंद किया जा रहा है। राधाकृष्ण का कहना है कि कंपनी इस समय नाइजीरिया के
सांस्कृतिक पहलुओं को समझने की कोशिश में लगी हुई है। बता दें कि यह ऐप मार्च 2020
में लॉन्च की गई थी।
इस ऐप के लॉन्च होने के महज 18 महीने में ही इसके डाउनलोड्स
1 करोड़ पार कर गए थे। यह ऐप हिंदी, कन्नड़,
मराठी, तमिल, तेलुगु, असमिया, बांग्ला और
अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध है। जिस तरह से
कू ऐप की लोकप्रियता बढ़ रही है उस
तरह से देखा जाए तो यह कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से ज्यादा लोकप्रिय हो सकती
है। बता दें कि कू ऐप को अलग-अलग सरकारी विभागों और केंद्रीय
मंत्रियों का सपोर्ट काफी मिल रहा है।
कू ऐप ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट टवीटर
को कड़ी टक्कर दी है।

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