30 फीट लंबे पंखों वाले ड्रैगन का जीवाश्म मिला, 16 करोड़ साल पहले आसमान पर करते थे राज



चिली: ड्रैगन का नाम सुनते ही किसी विशालकाय पंखों वाले भयावह पक्षी का स्वरूप सामने आता है ऐसा ही एक जीवाश्म साउथ अमेरिका के वैज्ञानिकों को खुदाई में मिला है। यह अपनी तरह का पहला जीवाश्म है जो साउथ हेमिस्फीयर में खोजा गया है। चिली के अटाकामा रेगिस्तान में खोजा गया पंखों वाला जीव दरअसल एक शुरुआती पेटरोसौर है। अनुमान है कि यह ड्रैगन करीब 160 मिलियन साल पहले धरती पर मौजूद था। इसकी लंबी नुकीली पूंछ, पंख और नुकीले उभरे हुए दांत थे। इससे पहले इसके अवशेष उत्तरी अमेरिका में पाए गए थे, जिनकी खोज एक्टिमा डेजर्ड म्यूजियम ऑफ नेचरल हिस्ट्री ऐड कल्चर के निदेशक ओसवाल्डो रोजस ने की थी। यह खोज उत्तर और दक्षिण अमेरिका के बीच प्रजातियों के पलायन की ओर इशारा करती है। माना जाता है कि इसका संबंध गोंडवाना नामक एक सुपरकॉन्टिनेंट से है।

जांच का नेतृत्व करने वाले चिली यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक झोनटन अलारकोन ने बताया कि इससे पता चलता है कि इस समूह के जानवरों का प्रसार अब तक की तुलना में कहीं ज्यादा था। क्यूबा में भी इस समूह के पेटरोसॉर पाए जाते थे जो तटीय जानवर थे। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक संभावना है कि जानवरों ने उत्तर और दक्षिण के बीच पलायन किया। 

एक रिपोर्ट के मुताबिक सबसे छोटी प्रजातियों के पंख सिर्फ 25 सेंटीमीटर लंबे थे, जबकि इनके सबसे बड़े पंख 10 मीटर तक लंबे होते थे। अटाकामा रेगिस्तानी जीवाश्मों की खोजों का आकर्षण केंद्र बन गया है। प्रागैतिहासिक काल में यह जगह बंजर थी और मंगल ग्रह की तरह दिखती थी और समुद्र के पानी में डूबी हुई थी। यह खोज एक मैग्जीन में प्रकाशित हुई है।

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